रविवार, 17 अगस्त 2025

Office girl sex story

 लैंड की प्यासी.  https://www.youtube.com/@Gllow_Up_English

दिल्ली की एक बड़ी कंपनी में काम करता था मैं। सब मुझे मेहनती और प्रोफेशनल मानते थे, लेकिन मेरे लिए ऑफिस की सबसे बड़ी वजह थी रिया।


रिया नई थी, पर उसकी मुस्कान पूरे माहौल को बदल देती थी। हमारी बातें हमेशा काम तक ही सीमित रहतीं, लेकिन नज़रों का खेल कुछ और ही कहानी कह रहा था।

एक शाम ऑफिस खाली था। बाहर बारिश हो रही थी और हम दोनों ही बचे थे।

रिया खिड़की से बाहर देखते हुए बोली इतना सन्नाटा कभी-कभी अच्छा लगता है।

मैंने हल्की मुस्कान दी हाँ, लेकिन खामोशी बहुत कुछ कह देती है।”

हमारी नज़रें टकराईं, और उस पल में अजीब-सी गर्माहट थी। कॉफी मशीन तक जाते हुए हमारे हाथ टकराए। रिया मुस्कुरा दी, लेकिन उसकी आँखों में कुछ और ही छुपा था। 


अचानक उसने सीधे कहा तुम मुझे अनदेखा क्यों करते हो? तुम्हें पता भी है, मैं यहाँ सिर्फ तुम्हारे लिए रुकी हूँ।”


मेरे पास जवाब नहीं था। उसके होंठ काँप रहे थे, आँखों में नमी थी। मैंने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन में समझ गया था कि ये एक नंबर की चुदकड़ है।


कुछ देर बाद, चुप्पी तोड़ते हुए उसने फुसफुसाया 

आज मेरे साथ घर चलो तुम्हें बहुत कुछ बताना है।

उस रात बारिश थमी ही नहीं थी। ऑफिस से निकलकर मैं रिया के साथ उसकी कार में बैठा। रास्ते भर उसने ज्यादा कुछ नहीं कहा, बस खामोश निगाहों से मुझे देखती रही।


कुछ देर बाद हम उसके घर पहुँचे। घर अंदर से बेहद सजा हुआ था, लेकिन अजीब तरह की खामोशी थी। रिया ने दरवाज़ा बंद किया और सीधे मेरी तरफ मुड़कर बोली तुम जानते हो ना मैं तुम्हें क्यों यहाँ लाई हूँ

मैं चौंक गया। जवाब देने ही वाला था कि उसने मेरी आँखों में झाँकते हुए धीरे से कहा क्योंकि मैं तुम्हें पसंद करती हूँ।


उसकी आवाज़ में सच्चाई थी, मगर एक अजीब-सी घबराहट भी छिपी थी। उसने कहा, तुम हाथ-मुंह धो लो, मैं खाना लगाती हूँ। 

खाना खाने के बाद रिया धीमे स्वर में बोली आज तुम मेरे साथ ही बेडरूम में सो जाना। 

मैं मना करना चाहता था, मगर जाने क्यों जुबान साथ नहीं दे पाई।

बेडरूम की हल्की रोशनी में हम दोनों लेट गए  और तभी रिया धीरे-धीरे मेरे पास आई और उसने मेरा हाथ कसकर पकड़ा और धीरे से मेरे सीने पर सिर रख दिया।

कमरे में सिर्फ हमारी सांसों की आवाज़ गूंज रही थी।


उसने अचानक मेरे लैंड पर पैर रखा। मेरा शक अब पक्का हो चुका था कि ये चुदकड़ है। उसकी आँखें मेरे चेहरे पर टिकी थीं, जैसे कोई छुपा राज़ बताना चाहती हो।


मैंने उसका हाथ थामा उसकी उँगलियाँ काँप रही थीं। माहौल एकदम खामोश था, बस हमारी तेज़ साँसें सुनाई दे रही थीं।


वो धीरे-धीरे मेरे पास आई और अगले ही पल उसके होंठ मेरे होंठों से टकरा गए।

पहले हल्का-सा स्पर्श, फिर उसने कसकर मुझे चूम लिया।

मैने सोच लिया था कि आज इसकी चुदाने की भूख मिटाके ही जाऊंगा । मने उसको एक दम जोर से चूमा और उसको कुछ करने का मौका नहीं दिया मैने पेंट खोली और उसके मुमें लैंड डाल दिया । मैने कहा शाली रंडी पहले ही बता देती की चूदना चाहती है । उसने पूरे मजे से लैंड चूसना शुरू कर दिया । मने उसकी पेंटी में हाथ दिया और चूत में उंगली करने लगा । सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था कि विश्वास ही नहीं हो रहा था। 

म उसको गली दे रहा था । रंडी साली चुदकड़।

मैने उसके कपड़े उतरे और उसने मेरे कपड़े उतार दिए।

और वो अब ब्रा पैंटी क्या सेक्सी लग रही थी ।

म उसकी चूत चाटने लगा । और वो सिसकारियां निकल रही थी। म बोल रहा था चूदने की भूख थी ना आज सारी मेट दूंगा । वो अब गरम हो चुकी थी तो मैने उसको घोड़ी बनाया और गांड में लैंड डाल दिया । पर मैने थोड़ा जोर लगा दिया तो वो उछल पड़ी और लैंड निकल दिया ।

उसने मना कर दिया कि पीछे नहीं डलवाएगी। मुझे गुस्सा आगया कि इतनी भूखी है और पीछे से मना कर रही है तो मने बेड पर पटका और खुद बेड के पास खड़ा होके चूत में जोर से लैंड डाला और उसके मुंह को पकड़ लिया कि वो अब चलाए नहीं। उसको मने उस रात ऐसा चोदा कि अब वो चुदाने के नाम भी नहीं लेगी दोस्तो लड़की को ऐसे चोदो कि वो पूरी जिंदगी याद रखे कि चुदवाऊंगी तो उसी से।


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